जयपुर, 13 जुलाई। पशुपालन मंत्री श्री प्रभुलाल सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे के वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के विजन को पूरा करने में पशुपालन क्षेत्र का अहम योगदान होगा। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि वे कृषि के साथ उन्नत पशुपालन करें, ताकि वे आपदा के समय सुरक्षित रह सकें और उनकी आय में वृद्धि हो।
श्री सैनी गुरूवार को राजस्थान राज्य पशुधन प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान, जामडोली में राजस्थान पशु चिकित्सक संघ के शपथ ग्रहण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्हाेंने कहा कि मांग की तुलना में दूध की तुलना निरन्तर कम होती जा रही है, अगर हमने दुग्ध उत्पादन को नहीं बढ़ाया, तो वह दिन दूर नहीं जब गाय का दूध मेडिकल स्टोर पर बॉटल्स में मिलेगा। दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के लिए हमें पशुओं के नस्ल सुधार, उपचार, आहार पर ध्यान देना होगा।
पशुपालन मंत्री श्री सैनी ने पशु चिकित्सकों से आह्वान किया कि वे सरकार द्वारा चलाई जा रही पशुपालन की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रम के क्रियान्वयन में ईमानदारी से अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है, जब हमें देशी गौवंश के नस्ल सुधार, एम्बि्रयो ट्रांसफर और डीएनए फिंगर प्रिंट तकनीक को अपनाना होगा।
उन्होंने पशु चिकित्सकों को आश्वस्त किया कि उनकी उचित मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा, लेकिन इसके साथ ही वे पशुपालन के विकास में अपना योगदान ईमानदार से दें। श्री सैनी ने कहा कि उन्नत पशुपालन के लिए हमें चारा उत्पादन पर भी ध्यान देना होगा। उन्होंने एक चारा बैंक बनाने का सुझाव देते हुए कहा कि इसके बनने से पशुओं की चारा सम्बंधित समस्या खत्म हो जाएगी।