गहलोत सरकार जाने के बाद सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री राजे ने इस प्रोजेक्ट पर सवाल उठाते हुए घाटे का सौदा करार दिया था। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही चाहे देर से आखिर राजे सरकार ने पचपदरा रिफाइनरी की सौगात मारवाड़ को जनता को दी। अब 1 अगस्त तक वाकई इसका काम शुरू हो गया तो अगले चार साल में रिफाइनरी बनकर तैयार हो जाएगीएक तरह से रिफाइनरी पर 2005 को उसके एलान से शुरू हुई सियासत अभी तक थमी नहीं है। सरकार अब प्रधानमंत्री से शिलान्यास करवा इस प्रोजेक्ट का पूरा क्रेडिट लेना चाहती है। वैसे इस एचपीसीएल पचपदरा रिफाइनरी के लिए पूर्ववर्ती गहलोत सरकार जमीन आवंटन कर चुकी है और 22 सिंतबर 2013 को कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी शिलान्यास भी कर चुकी है लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं किया था। ।
नहीं लगेगा अपनी रिफायनरी को ग्रहण , प्रधानमंत्री मोदी करेंगे शिलान्यास
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार पचपदरा रिफाइनरी का एक बार फिर शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जुलाई के आखिर सप्ताह में करेंगे। इसके साथ ही उनके द्वारा जोधपुर में बने राजस्थान हाईकोर्ट के निर्माणधीन भवन का उद्घाटन करने का कार्यक्रम भी बन रहा है। शिलान्यास की तिथि राजस्थान सरकार और एचपीसीएल के बीच अगले महीने वाली बैठक में तय की जाएगी। रिफाइनरी का बीते दिनों हुए एमओयू के बाद राजस्थान सरकार ने शिलान्यास के लिए होमवर्क शुरू कर दिया है। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का शिलान्यास प्रधानमंत्री से करवाने के लिए पत्र व्यवहार भी आरंभ कर दिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय से जुलाई के आखिरी सप्ताह में शिलान्यास के लिए समय दिया गया है। रिफाइनरी के लिए गठित बोर्ड की बैठक की तारीख तय होने के बाद शिलान्यास का विधिवत कार्यक्रम तय किया जाएगा। राजस्थान सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए अब उत्साहित है और उसने शिलान्यास की तैयारी कराने के साथ ही एक अगस्त तक निर्माण कार्य आरंभ करने की तैयारी शुरू कर दी है।

